Hanuman Movie Review : इसके बाद आप अपने पुराने सभी सुपरहीरो को भूल जायेंगे


जैसे की सभी सुपर हीरो की स्टैंडअलोन फिल्म में होता है की फर्स्ट हाफ में फिल्म के विलन और सुपर हीरो के पावर्स को दिखाया जाता है | यहाँ भी फर्स्ट हाफ की स्टार्टिंग में विलन ऐंड फर्स्ट हाफ एंड होते होते हीरो के सुपर पॉवर्स को इंट्रोड्यूस करवाया गया है। लेकिन जिस तरह से वे भगवान हनुमान सुपर पावर को हीरो से जोड़ते हैं वह मुझे पसंद काफी पसंद आया | ट्रेलर में आपने सुना होगा रोज़ जीरा मनी ऐड समुद्र का वो जो दिखाया गया है उसको प्रॉपर्ली बहुत बढ़िया सिनेमैटोग्राफी के साथ हमें समझाया जाता है। और फर्स्ट हाफ में आपको लगेगा की बाकी जीतने भी सुपरहीरोज आज तक हम देखते आ रहे हैं। कहीं ना कहीं उनको लेकर हमारे दिमाग में ये डालने की कोशिश की जा रही है की भूल जाओ, भूल जाओ आप आज अपने  सुपरमैन, बैटमैन को क्योकि अपने भारत के पास अपना खुद का सुपर हीरो है , जिसकी पावर सीधा हनुमान जी से मिलती है जीसको बताते हुए बहुत से सुपर पॉवर्स को फनी वे में टीस किया गया है और ये फिल्म आपको अपने उस ह्यूमर के साथ आराम से बांधकर रखती है। ये हमें महसूस कराती है की ये कोई ऐसा सूपर हीरो नहीं है बल्कि ये ग्लैमर से भरा हुआ है। ये ऐसे सूपर हीरो की स्टोरी है, जिसके पावर इंडियन कल्चर से जुड़े हुए हैं। और वो कल्चर भी जीस तरीके से प्रस्तुत किया गया है वो काबिले तारीफ़ है वहाँ के लोग वहाँ के नैचरल बैकग्राउंड वहाँ बिल्ड किया हुआ हनुमान जी का विशाल का स्टेचू और साथ ही बार बार मंत्रों का उच्चारण जैसे गाने आपको बहुत ज्यादा धार्मिक फील करवाएंगे। 

लेकिन एक तरफ जहाँ एक सुपर हीरो फिल्म बनाई जा रही है, वहाँ पता नहीं स्पेशली इंडियन सूपर हीरो फिल्मज़ में लव स्टोरी और जबरदस्ती के गाने  क्यों डाले जाते हैं मेरा मतलब स्पेशली सेकंड हाफ में जहाँ एक सीन है विलन जस्ट हीरो को पकड़ने ही वाला होता है। तभी बीच में ही गर्लफ्रेंड को बचाने के लिए हीरो आता है और बीच में ही गाना शुरू हो जाता है। जिसका की मैंने बिलकुल भी  अपेक्षा किया था प्रशांत वर्मा से जो की फिल्म के डायरेक्टर है | लेकिन क्लाइमैक्स का हनुमान जी का वो प्रकट होने वाला सीन और उसके बाद 5-6 मिनट का जो सीन चलता रहता है ना बॉस,उसको देख कर आप बिलकुल मन मुकद हो जायेंगे।कुल के मामले में बल्कि स्टोरी बिल्डप के मामले में कम बजट होने के बावजूद यह आपका एन्टरटेनमेन्ट जरूर करेगी और इंडियन ऑडियंस में  भी एक आग जलाएंगी की हाँ हमारे इंडिया में भी एक इंडियन कल्चर को साथ में रखते हुए सूपर हीरो फिल्म बन सकती है। फिल्म बहुत ही सीधी साधारण सी है। 

हाँ, लास्ट फाइट सीन जो गांव वाले और विलन के चमचों के बीच होता है, वो जैसा शूट हुआ है वो लगता है की एक सेटअप वगैरह बनाया गया है ऐसा लगता है की स्टेज फाइट चल रही हो। लेकिन जैसा कि मैंने पहले कहा फिल्म बहुत ही सिंपल है, बहुत ज्यादा सोचना नहीं है। इस फिल्म को देख के वक्त आप अपने पूरे फैमिली के साथ एन्जॉय कर सकते हो ये ऐसी फिल्म है और हाँ, कोई क्रेडिट सीन वगैरह नहीं है तो अंत तक रुकने की जरूरत नहीं है।  ये आपको बताया जाता है की इसका अगला पार्ट 2025 में आएगा



कोई टिप्पणी नहीं

Blogger द्वारा संचालित.